दुर्गा पूजा का आनंद मनाने के लिए बंगाली मिठाइयाँ
- By Aradhya --
- Friday, 12 Sep, 2025

Top Bengali Sweets to Enjoy This Durga Puja 2025
दुर्गा पूजा का आनंद मनाने के लिए बंगाली मिठाइयाँ
दुर्गा पूजा केवल भक्ति और भव्यता का त्योहार ही नहीं है, बल्कि यह बंगाल की समृद्ध पाक विरासत का भी उत्सव है। इस मौसम के मुख्य आकर्षणों में, बंगाली मिठाइयों का एक पवित्र और विशेष स्थान है - इन्हें प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है, भोग में परोसा जाता है, या परिवार के साथ खाया जाता है। मुलायम रसगुल्लों से लेकर मलाईदार मिष्टी दोई तक, ये व्यंजन उत्सव में बेजोड़ मिठास भर देते हैं।
पाती शप्ता, एक पारंपरिक उत्सव का आकर्षण है, जिसमें खोया, नारियल और गुड़ से भरे सुनहरे क्रेप्स परोसे जाते हैं। मुँह में घुल जाने वाला इसका स्वाद इसे भोग और पारिवारिक समारोहों के दौरान एक प्रमुख व्यंजन बनाता है। बंगाल की सबसे प्रतिष्ठित मिठाई, रसगुल्ला, सांस्कृतिक और धार्मिक दोनों ही तरह से महत्वपूर्ण है। चाशनी में भीगे स्पंजी छेना के गोले न केवल मिठाई हैं, बल्कि पूजा के दौरान आनंद का प्रतीक भी हैं।
बंगाल में चावल की खीर के समान छेना पायेश को धीमी आंच पर पकाकर एकदम मलाईदार बनाया जाता है और अक्सर देवी दुर्गा को इसका भोग लगाया जाता है। भापा संदेश भी उतना ही स्वादिष्ट है, जो छेना से बना एक भाप से पकाया जाने वाला व्यंजन है, जो मुलायम, हवादार और मेवों से सजा होता है। खीर कदम एक अनोखा दो-परत वाला अनुभव प्रदान करता है - एक चबाने योग्य बाहरी आवरण और एक मलाईदार बीच का भाग, जो बंगाली मिठाई बनाने की कलात्मकता को दर्शाता है। और अंत में, मिट्टी के बर्तनों में परोसी जाने वाली मिष्टी दोई, अपनी मलाईदार बनावट, मिट्टी की सुगंध और प्रोबायोटिक गुणों के साथ एक संपूर्ण समापन प्रदान करती है।
ये मिठाइयाँ एक साथ मिलकर केवल भोग-विलास से कहीं बढ़कर हैं - ये परंपरा, भक्ति और उत्सव का प्रतीक हैं। इस दुर्गा पूजा में, हर निवाले से हमें बंगाल के चिरस्थायी स्वाद और उत्सव की भावना की याद दिलाएँ।